कहानी: सच्ची दोस्ती का जादू
एक समय की बात है, घने जंगल के बीच एक छोटा सा गाँव था। वहाँ एक प्यारा खरगोश, गुड्डू, और एक चुलबुली गिलहरी, चुटकी, रहा करते थे। गुड्डू हमेशा सबकी मदद करता था, और चुटकी सबको अपनी कहानियों से हँसाया करती थी। दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे।
जंगल में परेशानी
एक दिन, जंगल में एक बड़ी मुसीबत आई। पास के पहाड़ से एक बड़ी नदी का पानी गाँव की ओर बहने लगा। सभी जानवर डर गए कि उनका घर डूब जाएगा। उन्होंने सोचा कि अब क्या किया जाए।
गुड्डू ने सोचा, “डरने से कुछ नहीं होगा। हमें मिलकर इस पानी का रास्ता बदलना होगा।” चुटकी बोली, “लेकिन गुड्डू, हम छोटे-छोटे जानवर हैं। ये बड़ा काम कैसे करेंगे?”
दोस्ती का जादू
गुड्डू ने कहा, “अगर हम सब मिलकर मेहनत करें, तो कुछ भी मुमकिन है।” उसने सभी जानवरों को इकट्ठा किया। कुछ ने मिट्टी उठाई, कुछ ने लकड़ियाँ लाई, और कुछ ने पत्थरों से बाँध बनाया। चुटकी ने अपने मजेदार किस्सों से सबका हौसला बढ़ाया।
धीरे-धीरे, सबने मिलकर नदी का पानी दूसरी दिशा में मोड़ दिया। अब गाँव सुरक्षित था।
सच्ची खुशी
उस रात, सब जानवर एक बड़े पेड़ के नीचे इकट्ठा हुए। चुटकी ने कहा, “देखा, जब हम सबने साथ काम किया, तो कितना बड़ा काम हो गया।”
गुड्डू मुस्कुराया और बोला, “यही तो सच्ची दोस्ती का जादू है। जब हम एक-दूसरे का साथ देते हैं, तो बड़ी से बड़ी मुश्किल भी हल हो जाती है।”
सभी जानवरों ने ताली बजाई और खुशी-खुशी सोने चले गए।
शिक्षा:
इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि अगर हम मिलजुलकर काम करें, तो कोई भी परेशानी हमें हरा नहीं सकती। सच्ची दोस्ती और एकता में बड़ी ताकत होती है।